ज़िम्मेदार इंसान की पहचान।
लाइफ में कुछ बनो या ना बनो पर एक जिम्मेदार इंसान बना क्यों कि लाइफ की शुरवात जिम्मेदारियों से शुरू होती हैं इसी लिए लाईफ में ज़िम्मेदार इंसान बना बहुत ही जरूरी होता है। लोग कहते है मुझे यह नहीं मिला वो नही मिला , यह हात से छुट गया वो हात से छुट गया , थोड़ा पहले की होता तो मिल जाता उसको मिला मुझे नही मिला इस बात का बड़ा ही सिंपल फंडा है उसने जिम्मेदारी उठाई है इसी वजह से उसको मिला तू जिम्मेदारियों से पिट दिखाकर भागा इसी कारण तुझे नहीं मिला।
आज अगर तूने जिम्मेदारी उठाई होती जिम्मेदारी को पीट दिखाकर नहीं भागा होता एक ज़िम्मेदार इंसान बनकर सब कुछ किया होता तो आज हात से छूटी हुई हर चीज तुम्हारी होती। इसी लिए जिम्मेदारियां उठाना शुरू करो जब छोटी छोटी जिमेदारी उठाओ गए तभी लाइफ में आई गई बड़ी से बड़ी जिम्मेदारी को पूरा कर पाओ गए। जिम्मेदारी उठाने से इंसान कमजोर या किसी का गुलाम नहीं बनता बल्कि एक बेहतर इंसान बनता है तुम्हारे लाइफ में जिम्मेदारी इस लिए दी की तुम ही वो एक इंसान हो जिम्मेदारियों को पूरा कर सकते हो इसी लिए तुम्हारी लाईफ में जिम्मेदारियां है।
जि़म्मेदार इंसान बना क्यों जरूरी होता है।
आज में आपको को एक (उदाहरण) दे कर समझाना चाहता हूं तो इस उदाहरण को ध्यान से समझना आपको लाईफ में बहुत ही काम आएगा। शाम और राजू दो दोस्त थे शाम की चाबी घर में गुम हो जाती हैं घर की लाइट चली जाती है शाम बत्ती लेकर चाबी ढूंढने की कोशिश में लगा रहता है 10 - 15 मिनिट बीत जाते हैं फिर भी चाबी नही मिलती। तब शाम का दोस्त राजू आता है और शाम से कहता है क्या ढूंढ रहा है शाम कहता है चाबी ढूंढ रहा हूं चाबी मिल नही रही।
राजू भी शाम के साथ चाबी ढूंढने में लग जाता है 20 - 25 मिनट हो जाते है चाबी नही मिलती राजू कहता है शाम से सच में चाबी गुम गई ना शाम कहता है सच में गुम गई फिर से राजू पूछता है शाम से कहा गुम गई तो शाम कहता है घर में राजू कहता है घर में गुम गई तो हम बाहर चाबी को क्यों ढूंढ रहे हैं। जब चीज अंदर गुम हो गई तो बाहर ढूंढने से थोड़ी मिलेगी जहां खोई थी वहां ही मिलेगी इसी लिए कहता हूं सबसे पहले अपनी ही तलाशी लो पहले खुद एक जिम्मेदार इंसान बनो।
गांव में धर्म और वीर नाम के 2 किसान रहते थे दोनों को उत्पादन के लिए जमीन बराबर बाटी गई दोनो को खेत में लगाने के लिए धान्य बराबर बाटा गया पानी दोनो को बराबर दिया गया खेत में जो चीज लगती थी वो चीज दोनो को बराबर दी गई। फसल लगाने का समय आया दोनो ने एक साथ फसल लगाई कुछ दिन बीत गए फसल बड़ी होने लगी धर्म अपनी फसल को अच्छा रखने के लिए जिम्मेदारियों से सब कुछ वक्त के वक्त देता था। पानी , खत , औषध सब कुछ वक्त पर देता था जिम्मेदारी से और इमानदारी से मेहनत करता था।
वीर अपनी फसल को जिम्मेदारियों से कुछ भी नहीं करता था फसल को वक्त पर कुछ नही मिलता नहीं पानी , खत , औषध कुछ भी नहीं मिलता था जिम्मेदारी और इमानदारी से मेहनत भी नही करता था। फसल काटने का समय आया और नापने का समय आया तो सबसे ज्यादा फसल धर्म को हुई और वीर को आधे में से आधी हुई वीर कहता है धर्म से तुझे ज्यादा फसल कैसे दोनो को जमीन बराबर मिली थी। धर्म कहता है वीर से हमे जमीन बराबर मिली थी पर मैंने जिम्मेदारियों से अपने फसल को देखा और उसे पूरा किया।
इसी लिए आज मुझे अपने जिम्मेदारी का फल मिला है तू भी जिम्मेदारी से फसल की देखभाल करता तो तुझे मुझसे भी ज्यादा फसल होती थी। इसी लिए कहता हूं अपने काम को जिम्मेदारी से पूरा करो और एक जिम्मेदार इंसान बनो।
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॥ ऊची उड़ान भरने के लिए 5 बाते जरूरी ॥
1} खुद की सोच बड़ी रखे
2} खुद पर भरोसा रखे
3} अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े
4} डर को खत्म करे
5} हौसला बनाए रखे
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1} खुद की सोच बड़ी रखे:- लाइफ में कोई भी काम करना हो छोटा हो या बड़ा हो पर खुद की सोच बड़ी होनी चाहिए। हर वक्त हर घड़ी कुछ नया सोचने की कोशिश करो कुछ बड़ा सोचने की कोशिश करो आगे बढ़ते वक्त हमेशा positive सोचो। Positive सोच इंसान को सफलता के पास ले जाती है positive सोच इंसान को अंदर से मजबूत बनाती हैं। इंसान को उड़ने के लिए उसकी सोच की ताकत मजबूत होनी चाहिए तब इंसान उड़ने के लिए तयार होता है जब इंसान की सोच बड़ी तो इंसान बड़ा।
2} खुद पर भरोसा रखे:- लाइफ में ऊंचा उड़ने के लिए खुद का भरोसा खुद पर होना जरूरी होता है खुद का भरोसा खुद की ताकत होती है अपने भरोसे की डोर हमेशा अपने हात में होनी चाहिए। खुद का भरोसा हमेशा इंसान से कहता है तू आसमान को छू सकता है आसमान में उड़ सकता है हर मुश्किल से लड़ सकता है। खुद के भरोसे के अलावा कुछ नहीं होता इंसान के पास इसी लिए वही भरोसे को इतना मजबूत करो की उड़ने के लिए किसी का सहारा ना लेना पड़े। तुम अकेले ही 100 के बराबर हो तुम सब कुछ कर सकते हो आसमान को अपना बना सकते हो इतना power होता है खुद के भरोसे में।
3} अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े:- लाइफ में सबसे पहले अपना लाख बनाओ अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ते रहना कभी भी अपना लक्ष्य छोड़कर भागना मत जब तक अपना लक्ष्य अपने को अपनी मंजिल नहीं दे देता। हर वक्त अपने लक्ष्य के बारे में सोचो उसे अपना बनाने के बारे में सोचो लक्ष्य को अपना बनाने के लिए जी जान लगा दो आज ही समय आज ही मौका है लक्ष्य को पूरा करने का कभी भी अपना लक्ष्य छोड़कर पीछे मत देखो अपने लक्ष्य की और आगे बढ़ते ही रहो। मुश्किल से मुश्किल चीजों का सामना करो गए तभी लक्ष्य को अपना बनाओ गए।
4} डर को खत्म करे:- ऊंचा उड़ना है तो सबसे पहले अपने डर को खत्म करो क्यों की डर ही इंसान को आगे जाने से रोकता है डर इंसान को कमजोर करता है इंसान अंदर से खोखला बनाता है। डर एक ऐसा जहर है जो इंसान की मौत आने से पहले ही खत्म कर देता है। अगर लाईफ में बड़ा करना है ऊंचा उड़ना है तो डर को खत्म करना ही होगा नहीं तो आपको आगे बढ़ने नही देगा। आज से तुम इतने भयानक बनो की तुमसे डर डरने लगे इतना खुद को बदल दो डर कुछ भी नहीं होता इंसान खुद डर को पैदा करता है आज से डर से तुम नहीं बल्कि तुमसे डर डरना चाहिए।
5} हौसला बनाए रखे:- लाइफ में कुछ बड़ा करना है तो हौसला बुलंद रखना होगा हर वक्त हर मोड़ पर हौसले की जरूरत होती हैं इतना जोश इतना हौसला भर दो अपने अंदर की कभी कम ना हो खुद से कहो में सब कुछ कर सकता हूं मेरे लिए कोई भी काम मुश्किल नहीं है अगर मुश्किल होता तो भी मैं पूरा करता। जो लोग नहीं कर सकते वो काम में कर सकता हूं पहाड़ तोड़ कर रास्ता निकाल सकता हूं इतना हौसला बुलंद हैं रखो मैं कभी भी समस्या को पिट दिखाकर भागने वालों में से नही हु। आज नही मिला तो कल मिलेगा , कल नही मिला तो परसो मिलेगा , पर मिलेगा जरूर अपना हौसला कभी कम मत होने देना हौसला बनाए रखना।
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