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खुबसूरती क्या है।


 आज हम उस चीज़ के बारे में बताएंगे जो सुनी तो होगी मगर देखी नहीं होगी वो चीज़ है "खुबसूरती"

हम सभी ने जिंदगी में हर मोड़ पर ,हर समय पर खुबसूरती यह शब्द को हजारों बार सुना है। कोई कपड़ो की तारीफ करता है , तो कोई चेहरे की , कोई किसी के विचारों की तारीफ करता है , तो कोई किसी के अंदाज की , तो कोई जगह की। लेकिन क्या कभी किसी ने रुककर सोचा है कि असल में खुबसूरती है क्या।

क्या खुबसूरती यह सिर्फ रूप - रंग , नैन - नक्श , और चेहरे तक ही सीमित है। या फिर खुबसूरती कुछ ऐसी चीजें भी है। जो वक्त , उम्र , और हालात से भी ऊपर है।

सच कहूं तो। खुबसूरती सबसे ऊपर है ! खुबसूरती सिर्फ देखने की चीज़ नहीं है ना ही किसी को दिखाने की। यह महसूस करने की चीज है वो भी खुद के अंदर देखकर और जो चीज महसूस होती है , वह सीधा दिल में उतर जाती है , कभी दिमाग में नहीं रुकती।


1. खूबसूरती का असली अर्थ

हमारी दुनिया में खूबसूरती की परिभाषा अक्सर बाहर से शुरू होकर बाहर पर ही खत्म हो जाती है। मैगज़ीन के कवर पर मॉडल, फिल्मों के किरदार, सोशल मीडिया के फ़िल्टर… यह सब हमें यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि खूबसूरत वही है जो “परफ़ेक्ट” दिखे।

लेकिन, क्या यह सच है?

सोचिए एक सूरज ढलते वक्त आकाश को सुनहरे और लाल रंग से रंग देता है, वह न कोई मेकअप करता है, न फ़िल्टर लगाता है, फिर भी उसकी खूबसूरती हमें छू जाती है।

एक माँ के चेहरे की झुर्रियाँ, जो उसके संघर्ष और प्रेम की कहानी कहती हैं, वे झुर्रियाँ हमें अजीब तरह की गर्माहट देती हैं यही तो खूबसूरती है।

असल में खूबसूरती का मतलब है “सच्चाई और अपनापन”। जो चीज़ जितनी असली है, उतनी ही खूबसूरत है।


2. खूबसूरती आँखों में नहीं, नजर में है

कई बार हम कहते हैं “ये चीज़ खूबसूरत है” या “ये इंसान अच्छा नहीं दिखता”। लेकिन सच यह है कि हम जो देखते हैं, वह हमारी नजर का असर होता है।

अगर आपका दिल साफ़ है, तो आपको दुनिया में अच्छाई नज़र आएगी। अगर आपकी सोच में कड़वाहट है, तो सोने का महल भी आपको बेरंग लगेगा।

मुझे एक बात याद आती है एक बार किसी ने कहा।

यानी, गुलाब इसलिए खूबसूरत है क्योंकि आप उसकी पंखुड़ियों के साथ-साथ उसके कांटों को भी अपनाते हैं।

खूबसूरती देखने के लिए सिर्फ आँखें नहीं, एक उदार दिल चाहिए।


3. बाहरी बनाम भीतरी खूबसूरती

बाहरी खूबसूरती समय के साथ बदल जाती है।

बाल काले से सफेद हो जाते हैं, त्वचा पर झुर्रियाँ आ जाती हैं, चाल में रफ़्तार कम हो जाती है। लेकिन भीतरी खूबसूरती आपका स्वभाव, आपका व्यवहार, आपकी अच्छाई यह कभी बूढ़ी नहीं होती।

किसी का चेहरा कितना भी सुंदर क्यों न हो, अगर उसके शब्द चुभते हैं, तो वह खूबसूरत नहीं लग सकता।

और किसी का चेहरा साधारण हो सकता है, लेकिन अगर उसके बोल में मिठास, दिल में दया और हाथों में मदद की आदत है, तो वह इंसान आपको हमेशा आकर्षित करेगा।


4. खूबसूरती मेहनत से भी आती है

खूबसूरती सिर्फ जन्मजात नहीं होती, यह आपके कर्मों से भी बनती है।

एक किसान जब खेत में मेहनत करता है, उसके माथे का पसीना वह उसकी खूबसूरती है।

एक खिलाड़ी जब मैदान में पूरी जान लगा देता है, उसके थके हुए चेहरे पर जीत की चमक वह उसकी खूबसूरती है।

जब कोई इंसान अपनी मेहनत से किसी की जिंदगी आसान बनाता है, तो उस पल उसकी खूबसूरती हर हीरे से ज्यादा चमकती है।


5. खूबसूरती और आत्मविश्वास

आप चाहे जैसे भी दिखते हों, अगर आप अपने आप पर विश्वास रखते हैं, तो आपकी मौजूदगी में एक अलग ही करिश्मा होता है।

कई लोग खुद को कम आंकते हैं सिर्फ इसलिए कि वे किसी “सोशल मीडिया मापदंड” पर फिट नहीं बैठते।

लेकिन याद रखिए दुनिया उन्हीं को याद रखती है, जो खुद को पूरी तरह अपनाते हैं।

अगर आप अपने विचारों में, अपने काम में और अपनी पहचान में गर्व महसूस करते हैं, तो लोग आपको खूबसूरत मानने लगेंगे, चाहे आपका चेहरा कैसा भी हो।


6. खूबसूरती देने में है, लेने में नहीं

खूबसूरती तब और बढ़ जाती है जब वह सिर्फ अपने तक सीमित न हो।

जब आप किसी को सच्ची तारीफ़ देते हैं, किसी का मनोबल बढ़ाते हैं, किसी की मदद करते हैं, तो आप अपनी खूबसूरती बाँट रहे होते हैं।

यह बाँटने वाली खूबसूरती सबसे शक्तिशाली होती है, क्योंकि यह दिलों में घर बना लेती है।


7. खूबसूरती का रहस्य अपनापन

कभी गौर किया है? जिस इंसान के साथ आप सहज महसूस करते हैं, उसका चेहरा आपको सबसे प्यारा लगता है। क्यों?

क्योंकि खूबसूरती सिर्फ आकार या रंग से नहीं, अपनापन और भरोसे से भी बनती है।

एक बच्चा अपनी माँ को सबसे खूबसूरत मानता है, चाहे दुनिया कुछ भी कहे क्योंकि उसके लिए माँ में सिर्फ रूप नहीं, पूरा संसार है।


8. खूबसूरती और समय

समय खूबसूरती को मिटाता नहीं, वह उसकी परतें खोलता है।

जैसे-जैसे आप किसी को जानते जाते हैं, आपको उसकी असली खूबसूरती दिखने लगती है।

इसलिए, खूबसूरती को समझने के लिए धैर्य चाहिए।

पहली नज़र सिर्फ बाहरी रूप दिखाती है, लेकिन समय के साथ उसकी आत्मा की रोशनी सामने आती है।


9. खुद को खूबसूरत बनाना

अब सवाल यह है हम अपनी खूबसूरती कैसे बढ़ा सकते हैं?

अपने विचार साफ़ रखिए

लोगों के साथ अच्छा व्यवहार कीजिए।

सच्चाई और ईमानदारी अपनाइए

दूसरों की मदद करने में खुशी ढूंढिए

और सबसे ज़रूरी खुद से प्यार कीजिए।

जब आप अपने अंदर की अच्छाई को संवारते हैं, तो आपकी खूबसूरती इतनी गहरी हो जाती है कि कोई उसे अनदेखा नहीं कर सकता।


10. आख़िरी संदेश

दोस्तों, खूबसूरती आईने में नहीं, आँखों में है।

खूबसूरती कपड़ों में नहीं, व्यवहार में है।

खूबसूरती सिर्फ जन्म से नहीं, कर्मों से बनती है।

और सबसे बड़ी बात खूबसूरती किसी की मोहर की मोहताज नहीं है।

अगर आप असली हैं, सच्चे हैं और दिल से अच्छे हैं, तो आप पहले से ही खूबसूरत हैं।


याद रखिए 

चेहरा कुछ सालों में बदल सकता है, लेकिन दिल की रोशनी उम्र भर चमकती है।

इसलिए, अपने अंदर की खूबसूरती को पहचानिए, उसे बढ़ाइए और दुनिया के साथ बाँटिए।

तब आप समझेंगे खूबसूरती क्या है।

 

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