ज़िंदगी का सबसे बड़ा खेल मैदान हमारा दिमाग़ है और इस मैदान में सबसे बड़ी जंग हमारे सपनों और हमारी हिचकिचाहट के बीच चलती है। हर इंसान सपने तो देखता है, लेकिन उन सपनों को हकीकत में बदलने की कला बहुत कम लोगों के पास होती है।
आज मैं आपको वही कला देना चाहता हू। एक ऐसी कला, जो आपके अंदर सोई हुई ताकत को जगा दे, आपकी सुस्त पड़ी हिम्मत को बिजली की तरह चमका दे और आपके सपनों को हौसला दे, कभी नहीं होगा से अभी होगा में बदल दे।
☑️ प्रयास 1 :- सपनों की शुरुआत दिमाग़ में नहीं, दिल की जलन में होती है।
सपने तभी पैदा होते हैं जब किसी चीज़ की तलब, दिल को काटने लगे, अंदर आग जले सपना कोई तस्वीर नहीं, सपना कोई सोच नहीं सपना वो बेचैनी है जो सोने नहीं देती और सुबह दौड़ाती है।
अगर तुम्हारा सपना तुम्हें तड़पाता नहीं,अगर वो तुम्हारी नींद नहीं उड़ाता तो वो सपना नहीं, एक मनोरंजन है।
याद रखो!?
सपना सिर्फ तब पैदा होता है जब अंदर से आवाज़ आती है बस! अब ये करना ही है। चाहे दुनिया साथ दे या न दे, मैं करूंगा!
☑️ प्रयास 2:- सपनों की कीमत हमेशा मेहनत से चुकानी पड़ती है।
सपनों का कोई शॉर्टकट नहीं। सपना बोलेगा मेरी क़ीमत है पसीना, मेरी फीस है टाइम, मेरा किराया है संघर्ष।दुनिया में एक भी ऐसा महान इंसान नहीं जिसने 'आराम' के सहारे अपने सपनों को हकीकत बनाया हो।सपनों की दुकान में सिर्फ दो करेंसी चलती है!
1.) मेहनत।..... 2. )लगातार मेहनत।
सपना कभी किसी को मुफ्त में नहीं मिलता लेकिन जो इसकी कीमत चुका दे, सपने उस इंसान को ज़िंदगी के हर मोड़ पर बढ़े (vip) ट्रीटमेंट देते हैं।
☑️ प्रयास 3:- सपनों को हकीकत बनाने की असली कला क्या है।?
अब आता है असली रहस्य।सपने पूरे करने की कला 4 चीज़ों पर टिकी है!
1] स्पष्टता (Clarity)
जब सपना धुंधला होता है, रास्ते उलझ जाते हैं।तुम्हें बिल्कुल साफ़ दिखना चाहिए कि तुम क्या चाहते हो।
लक्ष्य ऐसा होना चाहिए कि आखं बंद करते ही उसका चेहरा दिखे।
{अस्पष्ट सपना =अस्पष्ट ज़िंदगी/साफ़ सपना = तेज़ दिशा}
2] अनुशासन (Discipline)
सपना एक ही दिन में नहीं बनता,लेकिन हर दिन थोड़ा-थोड़ा बनता है।अनुशासन वह मशीन है जो आदमी को सामान्य से असाधारण बनाती है।
दुनिया कहेगी- 'थोड़ा आराम कर। 'पर अनुशासन कहेगा-
अभी नहीं। मंज़िल बाकी है।"
3] समस्या-सहन करने की क्षमता (Pain Endurance)
सपना जितना बड़ा होगा, दर्द उतना बड़ा मिलेगा।थकान मिलेगी, असफलता मिलेगी, ताने मिलेंगे, मज़ाक मिलेगा लेकिन याद रखना। दर्द वहीं तक पीछा करेगा जहा तक तुम रुकते हो। चलते रहोगे तो दर्द पीछे छूट जाएगा।
4] धैर्य और निरंतरता (Patience & Consistency)
सपना कभी टाइम से नहीं आता,सपना सही इंसान बनने के बाद आता है। हर दिन थोड़ा-सा आगे बढ़ना 100 दिनों में चमत्कार बना देता है। एक दिन बहुत फर्क नहीं डालता
लेकिन रोज़ का थोड़ा-थोड़ा ज़िंदगी बदल देता है।
☑️ प्रयास 4 :- हकीकत बनने की जंग सबसे पहले अपने दिमाग़ से लड़नी पड़ती है।
दुनिया तुम्हारे खिलाफ नहीं है,सबसे पहले तुम्हारा दिमाग़ तुम्हारे खिलाफ होता है।
वो कहेगा-नहीं होगा…बहुत मुश्किल है…। लोग क्या कहेंगे…अभी टाइम नहीं है…।
लेकिन अपने दिमाग़ को एक ही जवाब दो> रुक! मैंने तय कर लिया है अब मैं करूंगा। तू चाहे जितना रोके।जैसे ही यह वाक्य तुम्हारे अंदर सच्चाई बन जाता है,तुम्हारा दिमाग़ हार जाता है और तुम जीतने लगते हो।
☑️ प्रयास 5 :- सपनों की राह में 3 दुश्मन।
हर सपना तीन चीज़ों से सबसे ज़्यादा डरता है-
1.] टालमटोल (Procrastination)
आज नहीं..."कल से शुरू करुंगा" यह वाक्य सपनों का सबसे बड़ा हत्यारा है।
2.] डर
डर हमेशा कहता है मत कोशिश कर, नहीं होगा। लेकिन डर सिर्फ शुरुआत में बड़ा लगता है, एक बार शुरू कर दो,डर चींटी की तरह छोटे आकार में दिखने लगता है।
3.] दूसरों की राय
याद रखो!
जो लोग तुम्हें रोकते हैं, वो खुद कहीं नहीं पहुंचे होते। दुनिया सिर्फ तैयार सफलता को ताली देती है लेकिन बनने के दौरान हमेशा मज़ाक बनाती है।
☑️ प्रयास 6:- सपनों को जमीन तक लाने का फॉर्मूला (Today to Goal Transformation)
🚶पहली कदम 1:- अपने सपने को लिखो।
लिखा हुआ सपना 10 गुना तेज़ पूरा होता है। कागज़ पर उतरा सपना 'कल्पना' नहीं रहता, 'कमांड' बन जाता है।
🏃♀️दूसरा कदम 2:- उसे छोटे-छोटे हिस्सों में बाटो।
पूरी सीढ़ी मत देखो, सिर्फ अगला कदम देखो। बड़ी मंज़िल छोटे-छोटे कदमों का जोड़ होती है।
⛹️तीसरा कदम 3:- दिन का सिर्फ 1 घंटा सपना को दो।
यह 1 घंटा तुम्हारी जिंदगी के बाकी 23 घंटे बदल देगा।
🤹 चौथा कदम 4:- एक नियम रोज़ थोड़ा।
हर दिन थोड़ा सुधार = 1 साल में आप नई ज़िंदगी बन जाते हो।
🧘 पचवा कदम 5:- 90 दिन का अनुशासन।
अगर सिर्फ 90 दिन तुम अपने लक्ष्य पर फोकस कर लो,
तो वो चीज़ पक्की है। या तो सपना पूरा हो जाएगा या तुम इतने मजबूत बन जाओगे कि तुम्हें कोई नहीं रोक सकेगा।
☑️ प्रयास 7:- सपनों का जादू: ब्रह्मांड तब रास्ता बनाता है जब तुम चलना शुरू करते हो।
जैसे ही तुम पहला कदम उठाते हो, ब्रह्मांड तुम्हें मदद करने लगता है।कभी इंसान भेज देगा,कभी मौका दे देगा,कभी रास्ता खोल देगा, कभी तुम्हें अंदर से ताकत दे देगा। ये जादू सिर्फ उन्हीं के लिए काम करता है जो हार मानना बंद कर देते हैं।
☑️ प्रयास 8 :- याद रखो: तुम ही अपने सपनों के आर्किटेक्ट हो।
लोग क्या बोलते हैं, मायने नहीं रखता। दुनिया तुम्हारे खिलाफ है या साथ, मायने नहीं रखता। तुम गरीब हो या अमीर, मायने नहीं रखता। मायने सिर्फ एक चीज़ रखती है।क्या तुम अपने सपने के लिए पागलपन की हद तक मेहनत करने को तैयार हो!
क्योंकि सपने सिर्फ उन लोगों को मिलते हैं, जो उनसे प्यार करते हैं और उस प्यार को काम में बदल देते हैं।
☑️ प्रयास 9:- (आखिर🙏 )
सपना देखने में ताकत नहीं है,सपना पूरा करने में ताकत है।
सपना बोलता है!
अगर तुम मुझे पकड़ने की हिम्मत रखते हो, तो मैं तुम्हें इतनी ऊंचाई दूंगा। कि तुम खुद अपने पुराने डर को पहचान नहीं पाओगे।
✨ निष्कर्ष:- (Conclusion)
दोस्तो.....!!!
अगर आज इस पेज़ को पढ़ते हुए आपके दिल में हल्की-सी आग उठी है, तो इस आग को बुझने मत देना।
क्योंकि!
सपनों को हकीकत बनाने की कला सिर्फ एक लाइन में है।हर दिन सपना याद रखो, हर दिन एक कदम बढ़ाओ और किसी भी कीमत पर मत रुकना। यही कला है। यही सूत्र है और यही आपकी नई जिंदगी की किस्मत की चाबी है।🔑
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