दोस्तों " लाइफ में सबसे बड़ा फंडा, सबसे बड़ी गलत फ्यामी, लोग लोगो के पीछे भाग रहे हैं फालतू का कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं। बड़े को और बड़ा बना रहे हैं खुद को और छोटा कर रहे हैं इसी के कारण बढ़ो को इज्ज़त मिलती हैं और खुद को बढ़ो का गुलाम कह दिया जाता है इसी के कारण हम आज तक पीछे ही है। अरे... छोड़ दो लोगो के आगे पीछे घूमना आगे पीछे घूमने से कुछ नहीं मिलता खुद को पहचानो आज का समय है खुद के उप्पर काम करने का यही समय है खुद की नहीं पहचान बनाने का।
खुद को फालतू मत समझ ना कोई इस दुनिया में बिना काम का नही है भगवान ने सबको काम का बनाए है, सब के पास अपना - अपना talent है सिर्फ और सिर्फ दिखाने की देरी होती हैं। इसी लिए आज से अपना talent दिखाना शुरू कर दो आपका talent छोटा ही सही दिखाना जरूरी होता है जब तक अपना खुद का talent दिखाओ गए नहीं तब तक लोगो की नज़र में आप कमज़ोर हो। अगर आपके पास talent होते हुए भी नहीं दिखाना चाहते हो तो आप सबसे बड़े मूर्ख है।
लोग ना सबसे बड़ी गलती तब करते हैं जब खुद को कमज़ोर और दूसरो को बहादुर समझते हैं खुद एक खेल का पक्का खिलाड़ी होते हुए भी लोगो के टीम में जाकर खेलते लोगो के पीछे घूमते हैं। पर साला खुद में जोश नही पैदा करते हैं की में अकेला ही लड़ सकता हूं में खुद अपनी टीम बना सकता हूं में साला कमजोरो को बाज बना सकता हूं। जब यह जोश खुद में होना तब अलेके ही पूरे के पूरे झुंड को तबा कर सकते हो इसी लिए खुद को पहचानो तुम क्या चीज हो लोगो को दिखाओ हम भी किसी से कम नहीं।
आज से खुद ठान लोगे ना की में किसी के पीछे नहीं भागूंगा तो अगले आने वाले समय में लोग तुम्हारे पीछे भागेंगे इस की गारंटी में तुम्हे देता हूं। आज से तुम खुद को होनहार समझते हो तो अगले समय में लोग तुम्हे अपने आप होनहार समझने लगेंगे जैसा खुद को मानो गए जैसा खुद को समझो गए वैसा ही बनो गए यह है साइकोलॉजी effect इसी लिए कहता हूं खुद को पहचानो तुम एक diamond हो तुम्हारी बराबरी कोई नहीं कर sakt। इसी लिए आज से खुद हर समस्या से लडने वाला योद्धा के रूप में पहचानो आज से खुद ही खुद से कहो की में किसी के लिए नहीं बना हू में सिर्फ और सिर्फ खुद के लिए बना हू में अपने लिए बना हू!
****************
॥ बढ़ा बना है तो दर्द को बर्दश करो ॥
दोस्तों " लाइफ को जीना है तो खुद को मज़बूत बना पड़ेगा और खुद को मज़बूत बनाने के लिए दर्द तो सहना पड़ेगा। जो इंसान खुद का दर्द सह नहीं सकता वो इंसान कभी भी श्रेष्ठ नही बन सकता और जो इंसान दर्द सहने के लिए तयार है या दर्द सह रहा है तो उस इंसान को सबसे अलग और सबसे श्रेष्ठ बनने से कोई नहीं रोक सकता। अगर सच मूछ खुद को सबसे बेहरतीन और होनहार बनाना चाहते हो तो दर्द सहने की आदत लगालो जिस दिन दर्द को सहने की आदत लग जाएगी तब उसी दिन से हर समस्या से लडने की ताकत भी मिल जाएगी!
एक कहानी है मूर्तिकार की
एक गांव में रामू नाम का मूर्तिकार रहता था वो मूर्तिकार गणपति जी की मूर्तियां बनाता था बड़ा ही होनहार था। गांव में सब लोग रामू मूर्तिकार को ही मूर्ति बनाने का ऑडर देते थे सब लोग रामू मूर्तिकार के पास से ही मूर्तियां ख़रीद लेते थे। रामू मूर्तिकार बड़े बड़े पत्थर लता था और उन पत्थर को कुरेद कर मूर्तियों में डिजाइन किया करता था।
एक दिन रामू मूर्तिकार गणपति जी की मूर्ति बना रहा था पत्थर को कुरेद रहा था अपने छन्नी हथौड़े से उस को आकार दे रहा था तब पत्थर चीखने चिलाने लगता है। सब का पत्थर की तरह होता है दर्द हुआ तो हर कोई चीखता है वैसे ही पत्थर चिलाने लगा मूर्तिकार से कहता है कि मुझे क्या बना रहे इतना पीट रहे हो इतना ठोक रहे हो तब मूर्तिकार पत्थर से कहता है कि तुझे भगवान बना रहा हूं इसी लिए इतना दर्द दे रहा हूं।
पत्थर कहता है रामू मूर्तिकार से मुझे भगवान मत बनाओ इतना दर्द मुझे बर्दाश नही हो रहा है मुझे जाने दो तब मूर्तिकार उस पत्थर को छोड़ देता है। दूसरा पत्थर लेता है उसकी मूर्ति बनाता है मूर्ति की स्थापना मंदिर में की जाती है और जो पहला पत्थर था उसको मंदिर के बाहर रखा जाता है नारियल फोड़ने के लिए। लोग मंदिर में बनी मूर्ति की पूजा करते हैं और बाहर वाले पत्थर पर जूते, चप्पल, कुछ भी रख देते है बाहर के पत्थर की कोई इज्ज़त नहीं।
इसी लिए आज उस पहले पत्थर ने दर्द सहा होता तो उस पत्थर को भगवान का दर्जा मिलता उसकी पूजा की गई होती पर आज उसके दर्द ना सहने की वजह से उसको सारी जिंदगी का सुख त्याग करना पड़ा। इसी लिए कहता हूं वो तो पत्थर था वो अपनी जिंदगी किसी ना किसी कोने में गुजार लेगा, पर यह बात है इंसान की इंसान को कहता हूं दर्द सहना सीखो वो भी खुद के लिए अगर आज दर्द नही सहे गए तो इसी पत्थर की तरह पूरी की पूरी जिंदगी दर्द को सहना पड़ेगा!
*****
Post a Comment