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समय और शब्द की ताकत।


 आज मैं आपसे ऐसी दो चीजों के बारे में बात करना चाहता हूं जो बहुत ही कीमती और बहुत ही महत्वपूर्ण है इंसान की जिंदगी को पूरी तरह से बदल सकती है। " वो दो चीजें 'समय और शब्द ' यह दो चीजें ऐसी ताकते हैं जो न हथियार है , न ही दौलत है , न सत्ता लेकिन इनसे बड़ा कोई हथियार नहीं , कोई संपत्ति नहीं , कोई ताकत नहीं। इसीलिए इन दो चीजें को हमेशा अपने पास रखो और ध्यान में रखो।


समय:- जो कभी किसी के लिए नहीं रुकता।

समय चक्र हमेशा चलता रहता है।

ना किसी के चले जाने से रुकता है।

ना किसी के रोने से रुकता है।

ना किसी के कहने पर रुकता है।

ना किसी के झुकने से झुकता है।


समय आज भी वहीं है जो मजदूर' को 'राजा" और ' राजा" को मजदूर' बना देता है। कल भी समय इसी तरह ही रहेगा। कोई नहीं बदलेगा समय को। इसीलिए समय को सावधानी से इस्तमाल करें।

रोज़ के हर दिन में हम सबके पास दिन के 24 घंटे रहते हैं , ना ज्यादा और ना कम। यहीं 24 घंटे दुनियां में जितने भी बढ़े लोग हैं। गरीब से लेकर अमीर तक , छोटे से लेकर बढ़े तक सबके पास 24 घंटे थे किसी के पास 24 घंटे के अलावा 1सेकंड भी ज्यादा नहीं आया उन लोगो की जिंदगी बनाने के लिए । सब कुछ है और सब कुछ किया इस 24 घंटे के भरोसे तभी एक नहीं पहचाना बनी है। और इसी तरह यहीं 24 घंटे हमारे पास है , फर्क सिर्फ इतना है कोई यह 24घंटों को सही इस्तमाल करता है , और कोई इन्हें बर्बाद कर देता है। 

जिसने 24 घंटों को सही जगह खर्च किया ऊनी लोगो को गूगल पर सर्च किया। और जीनों ने समय बर्बाद किया उन लोगों ने समय के सामने खुद का कचरा किया। "इसीलिए समय की भाषा समझो"।


समय बहुत कुछ है। जो बीना मांगे हर रोज तयार होता है वो भी पुरे के पुरे 24घंटे जो करना है आज करले फिर कल आऊंगा।  फर्क सिर्फ इतना होगा जो कल भुला है वो छुट गया है। समय एक ऐसी दौलत है जो हर रोज खर्च होता है , लेकीन कभी वापस नहीं आता।

समय का का जो सबसे बढ़ा सबक यहीं है कि वो इंतज़ार कभी किसका नहीं करता। समय कभी नहीं बदलता बल्कि हमे समय को बदला ने के लिए बदलना पढ़ता है। जो समय की कद्र करता है- समय उसकी कद्र करता है।


समय एक खेल लगता होंगा" तो समय की क़ीमत उन लोगों से पूछो जो 1-1सेकंड के लिए हार गए हैं जैसे ओलम्पिक में किसी को 0.01 सेकंड के लिए गोल्ड" की जगह सिल्वर" मिलता है वो भी सालों की मेहनत के बाद भी और कोई इंसान अपनी जिंदगी को अलविदा कह कर चला जाता है सिर्फ 1सेकंड में , 1सेकंड में किसी की जिंदगी बच जाती हैं। इसीलिए समय को कमज़ोर कभी मत समझना , समय छोटा हो या बड़ा हो वह हमेशा निर्णायक होता है।

इसलिए " कभी समय को हराने' की या मारने' की बात मत करों। क्योंकि समय को हराने वाला और समय को मारने वाला धीरे-धीरे अपने सपनों को मार देता।

हर क्षण में हर समय का उपयोग करो , उस समय को निचोड़ो" और उसमें से सफलता की मिठास को बाहर निकालो।


शब्द:- जो किसी चीज़ को अपना बनाने के लिए मादत करता है। शब्द जो मरहम" भी होता है और हथियार" भी। शब्द एक बोलने वाला दो अक्षर का स्वर नहीं है जो बोल दिया और चुप हो गए और ना ही शब्द सिर्फ़ ध्वनि है सिर्फ सुना और हो गया अपना काम ऐसा कभी नहीं होता जिंदगी में सब कुछ सोच समझकर करना होता है। शब्द बहुत कुछ हासिल करके देता है और बहुत कुछ डूबा भी देता है इसलिए जरा ध्यान से शब्द का उपयोग करना चाहिए।

शब्द...वो बीज है जो या प्रेम" उगाता है या ' नफ़रत!


(प्रेम)

1.एक अच्छे शब्द से किसी को टूटने से या बिखरने से बचाया जा सकता है।

2. एक अच्छे शब्द से समझाया जा सकता है।

3. एक अच्छे शब्द से किसी को बुरा बने से रोका जा सकता है।


(नफ़रत)

1. एक बुरे शब्द से को ठेस पहुंचाई जा सकती है।

2. एक बूरे शब्द से किसी को बुरा बनाया जा सकता है।

3. एक बूरे शब्द से किसी को नाकारात्मक किया जाता है।

इंसान के शरीर में सबसे अच्छा उसका चेहरा (फेस) होता है और उस चेहरे पर सबसे कोमल अंग बोले तो उसकी जुबान होती है। जुबान है इसका मतलब कुछ अच्छा बोलने के लिए है कम बोलो सोच समझकर बोलो लेकिन अच्छा बोलो। उस अच्छी जुबान से चिल्लाना अच्छा नहीं लगता और ना ही कुछ बुरा बोलना अच्छा लगता है। इसलिए थोड़ा अपने शब्द पर ही ध्यान रखना।

एक बात कहीं देता हूं! मान लो आपने गुस्से में किसी को अपनी जुबान से भला - बुरा कह दिया की तू जिंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ सकता कभी कुछ नहीं कर सकता ऐसा कहो गए। तो वो इंसान कभी सकारात्मक नहीं सोचेगा क्योंकि जो हमने भला - बुरा कहा है उस पर ध्यान देगा , जिंदगी भर खुद पर शक करता रहेगा।


लेकिन यहीं बात इस इंसान को सकारात्मक कहो , मैं जानता हूं दोस्त तू हर हाल में कर सकता है तो कसम से कहता हूं उस इंसान को दुनियां जितने के लिए समय नहीं लगेगा।

क्योंकी शब्द का असर तलवार से ज्यादा होता है।

तलवार ज़ख्म देती है जो भर जाते हैं - लेकिन शब्द वो घाव दे सकते है जो कभी जिंदगी भर नहीं भरते।

छत्रपति शिवाजी महाराज , डॉ. बी. आर. आंबेडकर , महात्मा गांधी , स्वामी विवेकानंद , ई. इन लोगों ने दुनियां को बदल दिया है सिर्फ और सिर्फ अपने शब्द की रफ्तार से इन लोगों के शब्दों में इतना सामर्थ्य था कि लाखों दिलों में आग लग जाती थीं , अंधेरा भी उजाला में बदल गया! इतनी ताक़त होती थीं इनके शब्दों में।

इसलिए जब भी बोलो सोच कर बोलो! अच्छा बोलो।

क्योंकी शब्द तीर की तरह होता है- एक बार निकल गए तो दुबारा पलट कर वापस नहीं आता।


समय और शब्द 

जिंदगी में मान लो अगर कोई भी इंसान अपने समय का सही उपयोग करें और शब्दों की शक्ति को समझे तो क्या वो भी इंसान सब कुछ हासिल नहीं कर सकता। अरे बिलकुल सब कुछ हासिल कर सकता है।

हमेशा जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए समय हमे अवसर देता है और शब्द उसी अवसर को जीतने का माध्यम बनता है।

जब आप हर रोज हर सुबह जागकर खुद से यह कहो!

आज का दिन मेरा है , मैं कर सकता हूं!

तो यह शब्द सिर्फ इंसान के अंदर आत्मविश्वास नहीं जगाते बल्कि आपके पुरे दिन की दिशा कर देते है।


आप जब थक कर गिरने लगे , और ख़ुद को यह कहें रुकना नहीं है , झुकना नहीं है! तो यकीन मानो आपके अंदर वो ऊर्जा पैदा होती है जो पहाड़ भी हिला सकती हैं ।

इसलिए जिंदगी में समय और शब्द दोनों की पूजा करों ताकी आपको हर समय काम आ सके। समय को एसे जियो जैसे यह आखिरी दिन हो , और शब्दों को एसे बोलो जैसे यह किसी की आखिरी उम्मीद हो।


जिंदगी में :- इंसान की ताकत!

दोस्तों!

जिंदगी में सब कुछ दो चीजों से बनता है और इनी दो चीजों से बिगड़ता भी है। {समय और शब्द} 

जो समय बीत जाता है वो कभी वापिस नहीं आता!

और "! जो शब्द जुबान से निकल गया वो शब्द पलट कर वापिस नहीं आता!


 समय का सम्मान करों और शब्दों का संयम रखो।

आज से अपने समय को निर्माण में लगाओ और शब्दों को प्रेरणा में बदलो।

जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए ताकत उसी की ज्यादा होती है जो इन दोनों की क़ीमत समझता है।

अगर आप खुद ही समय को संभालना सिख गए! और अपने शब्दों को औजार की तरह इस्तमाल करना सिख गए!

तो कोई भी मंजिल आपसे दूर नहीं।

कोई भी सपना असंभव नहीं।


 जिंदगी बहुत बढ़ी है। इसलिए आज से! अभी से।

समय और शब्द को अपना सबसे बड़ा और सबसे अच्छा दोस्त बनाओ। ताकी कोई तुमसे यह ना कहें कि जिंदगी में इस इंसान ने कुछ नहीं किया।

क्योंकी " जिंदगी में! इंसान की जीत उसके समय से होती है और इंसान के जुबान से होती है । यह दोनों सही हो तो कोई आपके आगे नहीं दौड़ेगा।

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