खुद की एक नई पहचान बनी है, खुद का एक अलग ही नाम हो तो हमेशा अपने रुतबे पर का करना और अपना रुतबा कायम रखना बिलकुल जंगल वाले शेर की तरह।
एक बात बताता हू ध्यान से सुना खुद को बनाने में समय लगेगा तो चलेगा पर बना है तो जंगल वाले शेर बना वहीं जिंदगी है जीने लायक नहीं किसी का डर नहीं किसी के गुलाम बस अकेले ही चलो अकेले ही दहड़ो जो जी में आए मारने का जब मण की ए दौड़ने का इसे कहते जिंदगी ऐसी होनी चाहिए। तभी तुम राज कर सकते हो।नहीं तो सर्कस के शेर की तरह जब मालिक ने कहा कूद ने का तो कूद लिया जब कहेगा बैठ तो बैठ ने का ए साला जिंदगी है क्या ऐसी जिंदगी होना तो गधा बनो गए।
गधे की जिंदगी पता है ना केसी होती है।गधा बनें से अच्छा 50साल जीने से अच्छा 25साल जिओ मगर ऐसा जिओ की लोग याद रखे। लोगो को लगना चाइए की जिंदगी हो तो ऐसी हो जब भीड़ में जाओ ना तो लोग कहने चाहिए ऐ देखो शेर आ रहा है।सब के अंदर चेल/ पेल होनी चाहिएं वो जिंदगी जीने का मजा सबसे बेहतरीन होगा।
जिंदगी मेना चालेनजेस होना जरूरी है तभी शेर की तरह खूंखार बनो गए एक बार खूंखार बन गए तो समझ लेना जंगल वाले शेर की जिंदगी जी रहे हो सब तुम से डरेंगे कोई तुम्हपे उंगली नहीं उठाएं गा। ऐसी होती है शेरो वाली जिंदगी इसी लिए शेर बन्ना जरूरी है!
जिंदगी का मतलब होता है। जिंदगी में मुकाबले होना, बड़ी बड़ी चुनौतियों को पार करना, बिना डरे आगे बढ़ना, जब समय बुरा हो तो उस समय को अच्छे समय में बदलना और हर वक्त अपना ध्यान अपने टारगेट पर होना। जब इन सारी चीजों को हराकर आगे बढ़ता है वो इंसान असल में एक सही जिंदगी जीता है यही है जिंदगी का सही मतलब
और! यह मतलब वही समझता है और उसे वही पूरा कर सकता है जो खुद को शेर मानता है। हर वक्त लडने का साहस होता है हर वक्त अपना टारगेट पूरा करने के लिए तयार रहता है यह होती है शेर की पहचान। लोग ना उन लोगो को गुलाम आसानीसे करते है जो कमज़ोर दिल के होते जिन को खुद पर भरोसा नहीं होता सिर्फ लोगो की गुलामी करना पसंद करते है इस कारण वो हमेशा गुलाम रहते है सर्कस वाले शेर की तरह
दुनियां तब बड़ी नजर आती है जब जिंदगी खुद के दम पर जीते हैं और गुलामी वाली जिंदगी छोड़कर एक आज़ाद जिंदगी जीते हैं तब जिंदगी सच में बड़ी दिखती है। इसीलिए आज से अभी से कैद पिंजरे से बाहर निकलो और दहाड़ ने वाली जिंदगी जीना शुरू करो ताकि लोगो के दिल और दिमाग में तुम्हारा डर बैठ जाएं।
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