खुद पर भरोसा कर। दूसरो पर नहीं!
अगर किस्मत से पहले सब कुछ चाहिए तो खुद पर भरोसा रखो आगे बड़ते रहना होगा हर वो काटे को बाहर निकाल ना होगा जो तुम्हे चुब रहा है।तेरा भरोसा कभी कम मत होने देना एक बार भरोसा काम हो गया तो तू भी खत्म हो जाएगा। अगर जिन्दा रहना चाते हो तो अपने भरोसे को कभी काम ना होने देना।
लोग साला एक बात बहुत गलत करते है अपने आप पर भरोसा करने के बजाए दूसरो पर भरोसा करते और फस जाते है और फिर रोने लगते है अभी रोने का क्या फायदा जब अपने आप भरोसा करना था तब दूसरो के पूछे दौड़े तभी खुद पर भरोसा किया होता तो तुम जिनके पीछे भाग रहे ना वो आज तुम्हारे पीछे होते।इसी लिए अपना भरोसा अपने सात लेकर चलो कब जरूरत पड़ेगी कभी किसीने नहीं देखा।
खुद पर भरोसा कैसे करते है वो चिटी से सीखो एक दिन की बात है एक चिटी और उसके तीन बच्चे थे वो मिट्टी घर में रहते थे। बारिश का मौसम शुरू होगा धीरे धीरे सब सब जगह पानी ही पानी हो गया उस चिटी का घर बारिश से पूरा टूट गया और चिटी और उसके बच्चे बारिश में तेहर ने लगे। तेहर ते तेहर ते एक बच्चा बेह जाता है और बाकी पेड़ की डाली पार चड़ते है और चिटी उसी समय संकल्प लेती है।की मुझे एक पत्थर का घर बनाना है अगली बार बारिश हुए तो मेरा परिवार सुरक्षित होना चाहिए।
वो खुद पर भरोसा करके एक पत्थर का घर बनाती है आज के बाद बारिश होती है तो उसके घर को कोई खरोच नहीं आती है।जब इंसान का कुछ ना कुछ खोने लगता है तो खुद पर भरोसा करना ही होता है इसी लिए कहता हूं कुछ खोनेसे पहले अपने आप पर भरोसा कर के जो काम करना चाते हो वो पूरा कर दो।
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