सही समय पर, सही काम करो!
जब समय और काम का बराबर मेल हो तो दुनिया की कोई भी ताकत आपका काम आपसे नहीं छीन सकती आपको उस काम में कामयाबी जरूर मिलेगी। अगर तुमने आज करने का काम कल किया तो बिता हुआ समय कभी नहीं लौटेगा।आज का काम कल के समय में किया होता तो आज का समय बच जाता और आज के समय में कोई और दूसरा काम हो जाता। यह है समय की (सायकोलॉजी)
यही बात लोगो को मालूम नहीं है कब क्या और किस समय में करना इसी वजह से लोगो का सही समय पर नहीं करते। कुछ लोगों का काम तो पूरा करते हैं पर सही समय जाने के बाद इसे क्या होता है जो काम में मेहनत गई वो अलग उसके साथ साथ कीमती समय भी चला जाता है। फिर नहीं उस काम का कोई फायदा रहता है नहीं उस काम से क्रेडिट मिलता है।
आज से एक बात ध्यान रखना कोई भी काम हो उसे करने से पहले अपने माइंड को अपने आप को शांत रखो कोई भी काम में जल बाज़ी मत करो।और एक खास बात का ध्यान रखो काम करते समय किसी भी दूसरी बात का विचार मत करो। इसे इंसान का ध्यान सिर्फ अपने काम पर होता है ध्यान काम पे होने के कारण समय समय बर्बाद होने का सवाल ही नहीं,जब समय बर्बाद नहीं तो समझो कि किया हुआ हर काम सही समय पर हो रहा है।
एक उदाहरण देता हूं मानलो की तुम्हारे शरीर पर कहीं चोट लगी है। उस चोट का सही समय पर इलाज़ नहीं किया तो ज़ख्म और बड़ हो जाएगा बाद में तुम्हे ही दिखत हो जाएगी।इसी तरह से लाईफ में सही समय पर सही काम नहीं करोगे तो प्रोब्लेम्स और बड़ जाएगी। इसी लिए जिस समय का काम उसी समय करो तभी एक एक समस्या को हराकर आगे निकाल पाओगे!
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॥ अपने आप के लिए लड़ना है ॥
दोस्तों" लाईफ में कोई किसी का नहीं होता सब अपना अपना देखते हैं कोई तुम्हारे साथ खड़ा नहीं होगा चाए वो सुख हो या दुःख हो कोई तुम्हारे साथ खड़ा होकर लडेगा नहीं।तुम्हे ही खुद लड़ना है खुद के लिए इसी लिए ख़ुद के लिए लड़ो किसी का इंतजार मत करो जब इंसान ख़ुद के लिए लड़ता है तो उसे किसी के साथ होने की जरूरत नहीं होती। वो अकेला ही लड़ सकता है सब के साथ सिर्फ उसे ख़ुद पर भरोसा होना चाहिए।
जो लोग ख़ुद के लिए लड़ना नहीं जानते वो लोग लाईफ में कुछ कर ही नहीं सकते जो इंसान खुद से नहीं लड़ सकता वो दुनिया से क्या लड़ेगा। दुनिया में बहादुर लोगो की जरूरत है कमज़ोर लोगो की नहीं जब इंसान खुद से लड़/ लड़ कर बेहतर बनता है वहीं दुनियां के मजबूत रास्तों पर चल पाएगा।
जो इंसान खुद के लिए लड़ना जानता है वो इंसान हर छोटी से छोटी चीज हासिल कर सकता है क्यों की उसको पता है आज इस के लिए नहीं लढा तो वो चीज अपने हात से निकल जाएगी।एक बार चीज हात से निकल गई तो उसे दोबारा पाना बड़ा हि मुश्किल है।आज खुद के लिए लड़ो गए नहीं तो एक /एक करके सारी चीज निकल जाएगी सब हात से छूट जाएगा।
जब खाली हो जाओगे तभी पता चलेगा कि नहीं कल अगर खुद के लिए लडा होता तो बेहतर होता जो खुद के पास था वो भी नहीं जाता और जो नहीं था वो भी मिल जाता।इसी लिए कहता हूं आज का समय है ख़ुद के साथ लड़ने का दिखते होंगी कुछ परिशानीया आएंगी तो आने दो आज लडने के लिए ताकत है परीशानिया को कभी भी हरा सकते हैं।
एक उदाहरण देता हूं इस उदाहरण से सब कुछ समझ जाओगे। मान लो तुम जंगल में हो अचानक से तुम्हारे सामने शेर आ गए तो तुम क्या करोगे, भागो गए तो मारे जाओगे उसे लड़ो गए तो बच पाओगे इसी तरह से लाईफ का रुल है खुद के लिए लढो गए तो कुछ बड़ा कर सको गए।उसे भागो गए तो मारे जाओगे।
इसी लिए कुछ भी हो जाए ख़ुद के लिए लड़ना। चाए वो पाने के लिए यहां कुछ खोने के लिए!
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